गुम मोबाइल खोजने में फिसड्डी साबित हो रहा साइबर सेल। साइबर सेल की कार्यशैली पर उठे सवाल।

चोरी एवं एंड्राइड मोबाइल खोजने में साइबर सेल फिसड्डी सिद्ध हो रहा है। सैकड़ों शिकायतें लंबित है। एक को भी गुमा मोबाइल नहीं मिल रहे हैं। जबकि एंड्राइड फोन में ऐसी सुविधा है कि उसे आसानी से ट्रेस किया जा सकता है। बावजूद इसके साइबर सेल मोबाइल चोर गिरोह को पकड़ने में अक्षम सिद्ध हो रहा है। तकनीकी के बावजूद उनका बारीकी से इस्तेमाल करने में कहीं ना कहीं खामी बरती जा रही है। जिसके कारण चोर गिरोह एवं ठगों को पकड़ने में सफलता नहीं मिल रही है। साइबर सेल की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि दिनोंदिन चोरी एवं ठगी की घटनाओं में इजाफा हो रहा है। चोरों को पकड़ने में सफलता ना के बराबर है। ऐसी स्थिति में उनका मनोबल बढ़ रहा है और एक के बाद एक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। मोबाइल चोरी एवं ठगी की घटनाओं के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो चिंताजनक तस्वीर उभर कर सामने आ जाएगी। एक भी मोबाइल पकड़ में नहीं आने से जाहिर हो रहा है कि साइबर को दी गई जिम्मेदारियों के निर्वहन में कोताही बरत रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप ऐसी स्थिति निर्मित हो रही है। यदि ऐसा नहीं होता तो निश्चित रूप से माह में कम से कम दो चार मोबाइल तो वापस मिल जाते। खून पसीने की कमाई से लोग मोबाइल खरीदते हैं और चोर हाथ साफ कर उसका धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं और बेच रहे हैं। पुलिस अधीक्षक ने समय रहते इस पर गौर कर उचित कदम नहीं उठाए तो निकट भविष्य में स्थिति अत्यंत गंभीर हो जाएगी।

Comments

Share

Popular posts from this blog

हरदा में सुविधाओं के नहीं होने से अंगदान करने वाले परिवार मायूस। अगर हरदा में नेत्रदान सुविधा होती तो दो नेत्रहीनों को मिल जाती रोशनी।

त्योहारों के मद्देनजर पुलिस चाक-चौबंद