खोदा पहाड़ निकली चुहिया की तर्ज पर मिला बीमा। किसान कांग्रेस ने किया संघर्ष का ऐलान।

मुकेश दुबे 9826036011
हरदा। खोदा पहाड़ निकली चुहिया वाली कहावत चरितार्थ करते हुए बीमा राशि सरकार किसानों के खाते में डाल दी गई है। जो बीमा की प्रीमियम राशि से भी कम है। खरीफ फसल के नुकसान प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान द्वारा स्वयं को किसान का सबसे हितेषी बताते हुए बीमा राशि देने की घोषणा की गई थी। किंतु जब राशि दी गई तब उनके किसान हितेषी होने का असली चेहरा बेनकाब हो गया। नाम मात्र की बीमा राशि खाते में डाल कर मात्र खानापूर्ति की गई। कुछेक किसानों के खाते में राशि भी नहीं पहुंची है। किसानों के हक हित से किस तरह खिलवाड़ किया जा रहा है इसका यह जीवंत उदाहरण है। ऋण वसूली में भी किसानों से बेहरमीपूर्ण बर्ताव किया गया।
 *जिला सहकारी बैंक द्वारा किसानों को किसी प्रकार की कोई रियायत नहीं दी गई ।किसानों की असहमति के बाद भी ऋण पूरा वसूला गया। यह कहा गया कि खरीफ फसल के समय नगद ऋण   दे देंगे। किंतु ऐसा नहीं किया गया वादे से मुकर कर किसानों से धोखाधड़ी की गई। 0% ब्याज पर सोसाइटी में किसी भी किसान को ऋण नहीं दिया गया और खाद भी नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री कृषक समाधान योजना के तहत ऋण वसूली के बाद भी नगद ऋण खाद नहीं देकर किसानों से  घोर मजाक किया गया। एक सप्ताह के भीतर किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो किसान कांग्रेस अन्नदाता को वाजिब हक दिलवाने के लिए आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी।
 रवि शंकर शर्मा अध्यक्ष जिला किसान कांग्रेस, मोहन बिश्नोई प्रदेश सचिव ने किसानों से हुई धोखाधड़ी के खिलाफ लड़ाई युद्ध स्तर पर लड़ने का ऐलान कर दिया है।

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