किसानों का दबा गुस्सा ज्वालामुखी बनकर फुटा

किसानों ने शिवराज सिंह चौहान के पुतले को दी नाटकीय ढंग से फांसी -
हरदा-आम किसान यूनियन का महापड़ाव आज मंडी प्रांगण में सम्पन्न हुआ जिसमें सैकड़ो की संख्या मे किसानों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई ।शासन की किसानों के प्रति बेरुखी को लेकर किसानों की गुस्सा देखते ही बन रहा था ।संगठन के राम एनानिया के बताया कि हर बार की तरह इस बार भी आम किसान यूनियन ने आज किसानों की समस्याओं को नए ढंग से उठाया । किसान ने लगाई अदालत ----- मंडी प्रांगण में किसानों ने एक अदालत लगाई जिसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति को जज बनाकर कुर्सी पर बैठाया गया एवं 2 किसानों को वकील बनाया गया। जिसमें एक वकील मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पैरवी करेगा एवं दूसरा वकील किसानों की पैरवी करेगा। दोनों बकीलो ने जज के सामने अपने अपने प्रश्न रखें और वाद विवाद हुआ । सभी बातों को सुनने के बाद जज बने बुजुर्ग किसान ने यह फैसला सुनाया कि पुरे प्रकरण में शिवराज सिंह दोषी पाए गए उन्हें फांसी की सजा सुनाई जाती है सभी किसानों ने इस पर अपनी सहमति जाहिर की। जल्लाद ने दी फाँसी--- जिसके बाद सांकेतिक रूप से मुख्यमंत्री के बने पुतले को जल्लाद बने किसान ने फांसी दी यह नाटकीय रूपांतरण पूरा मंडी प्रांगण में ही किया गया सभा मे यूनियन के केदार सिरोही ने किसानों की विभिन्न समस्या रखी जिनको लेकर किसान परेशान है। यूनियन के सुनील गोल्या ने भावन्तर योजना की विसंगतियों के बारे मे जानकारी देकर उसके समाधान की जानकारी दी यूनियन के राम इनानिया ने किसानों की आय दुगनी होने पर सरकार की झूठी पोल खोली इसके पश्चात् रैली के रूप मे नारे लगाते हुए किसान कलक्ट्रेट पहुचे । डिप्टी कलेक्टर को दिया ज्ञापन---- कलेक्टर की अनुपस्थिति में ज्ञापन लेने डिप्टी कलेक्टर आए। यूनियन के सदस्यों ने सारी मांगे बतायी और कहा कि कृषि और सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाया जाए ।श्री यादव ने फोन कर दोनों विभाग के अधिकारियों बुलाया ।सहकारिता उपायुक्त से सदस्यों ने कहा कि किसानों को पुराना खाद दिया जा रहा है जो अमानक है। आयुक्त औऱ बैंक प्रबंधक ने कहा अब खाद वितरित नही करेंगे और जिन जिन सहकारी समिति में यह खाद पहुचा है वापसी करवाएंगे।नगद विक्रय को लेकर भी किसानों ने अपनी मांग रखी जिसमे बैंक प्रबंधक ने कहा कि प्रत्येक किसान को 20 हजार की नगद राशि प्रदान की जायेगी ।कृषि उपसंचालक से उड़द ओर उसके सर्वे को लेकर सर्वे की मांग दोहराई ।उपसंचालक ने कहा कि कल से सर्वे प्रारम्भ कर देंगे और जिले मे बोई फसल की स्थिति से बैंक और बीमा कम्पनी को अवगत करा दिया गया है जिससे उड़द की फसल को जिला स्तर पर कर दिया गया है । बीज अनुदान की मांग भी सदस्यों ने रखी जिसमे कृषि विभाग के अधिकारी चन्द्रावत ने कहा कि देरी सहकारिता से हो रही है इस पर यूनियन के सदस्यों ने दवाब बनाकर कहा कि हम कुछ नही जानते एक सप्ताह के अंदर बीज अनुदान किसानों के खातों में पहुँचना चाहिए जिसमे कृषि विभाग ने अपनी सहमति प्रदान की।

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