नगरपालिका की अनदेखी से कुऐ (जल स्त्रोत) ख़त्म होने की कगार पर
दैनिक यलगार टाइम्स
अप्रिय घटना को न्योता दे रहे जर्जर कुएं- पेयजल के वैकल्पिक स्रोत की हो रही है अनदेखी - हरदा- नगर पालिका हरदा अंतर्गत कुल 35 बार्डो में करीब 100 से अघिक कुए हैं। जिसमें से मात्र चार पांच कुओ की सफाई करवाई गई है शेष कुओ को सहेजने संवारने में नगर पालिका प्रशासन अक्षम सिद्ध हो रहा है। जबकि कुऐ पेय जल स्त्रोत की वैकल्पिक व्यवस्था है। गर्मी के दिनों में जब जल संकट गंभीर हो जाता है उन परिस्थितियों में कुँए अपनी उपयोगिता को सिद्ध कर सकता है किंतु इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा। नगर पालिका प्रशासन द्वारा टैंकरों के माध्यम से बार्डो में पानी उपलब्ध कराया जाता है इस पर काफी खर्च आता है। हर एक बार्डो के कुँए का जीर्णोद्धार करा दिया जाए तो टैंकरों से पानी पहुंचाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। ऐसी स्थिति में धन का अपव्यय रुकने के साथ-साथ परेशानी भी नहीं होगी और लोगों को सहजता से पानी भी मिल जाएगा। कुओ का पानी अच्छा माना जाता है ठंडी के दिनों में गर्म तथा गर्मी के दिनों में ठंडा रहता है।वातानुकूलित पानी होने के कारण लोगों को कुए का पानी पसंद भी है फिर भी इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा जो अत्यंत चिंता जनक है। पिछले वर्ष भी कुछ सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधि द्वारा इस मुद्दे पर बिचार विमर्श किया गया था किंतु फिर इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। यदि सभी कुऐ की साफ सफाई करवा कर पानी की मोटर डाल दी जाए तो गर्मी में जो जल संकट आता है उससे काफी हद तक निजात मिल सकता है और वार्ड वासियों को आसानी से स्बच्छ जल उपलब्ध हो जाएगा। टैंकरों पर जो लाखों रुपए खर्च होते हैं वह भी नगरपालिका को बच सकते हैं।
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