जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की अनूठी पहल
दीपगांव -कला में दिखी हिंदू-मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल-
ताजिया का स्थान बदलने पर राजी हुए मुस्लिम-
हरदा/ दीपगांव कला- जिले के थाना सिराली अंतर्गत ग्राम पंचायत दिपगांव कला में हिंदू मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल देखने को मिली है। जहां एक ओर मुस्लिम भाइयों ने इंसानियत मानवता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करते हुए ताजिया रखने के स्थान बदलने की समझाइश को मान लिया वहीं दूसरी ओर खुशी-खुशी मां दुर्गा की प्रतिमा रखने और त्योहार मनाने पर राजी होने के साथ साथ सभी हिंदू मुस्लिम भाइयो ने चंदे के रुप में राशि देकर एक दूसरे को सहयोग दिया है। जिला ही नहीं अपितु प्रदेश में अपने किस्म की अनूठी व संभवत पहली घटना होगी।
ग्राम दीपगबकला में जिस स्थान पर ताजिया रखा जाता था पास में मां दुर्गा बिराजति थी। टकराव की स्थिति को ध्यान में रखते हुए लंबे समय से ताजिया एवं मां दुर्गा का स्थान बदलने की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इसी को ध्यान में रखते हुए थाना सिराली का स्टॉफ लंबे समय से प्रयासरत था। दंडाधिकारी संजय उपाध्याय नायब तहसीलदार CID डीएसपी गहलोत थाना प्रभारी कंचन ठाकुर एवं अन्य पुलिस बल व अधिकारियों की मौजूदगी में दोनों समुदाय के लोग को समझाइश दी गई फलता दोनों राजी हो गए। ताजिया रखने का स्थान परिवर्तित करते हुए बस स्टैंड के पास 1.38 हेक्टेयर भूमि से 20 बाई 20 फीट जमीन उपलब्ध करा दी गई। सूझबूझ से विवाद की जो स्थिति निर्मित होती थी उसे सदा के लिए निपटा दिया गया। त्योहार साथ साथ मनाने का लिया निर्णय आपसी सामंजस एवं सद्व्यवहार का परिचय देते हुए हिंदू मुस्लिम भाइयों ने नवरात्र पर्व एवं मोहर्रम पर्व एक साथ मनाने का निर्णय लिया है। इतना ही नहीं नवरात्रा पर्व के लिए जहां शेख अफरोज ने 1100 सौ रुपए शेख हबीब ने 500रु हनीफ ने 500रुपए दिए वही हिंदू भाइयों ने भी ताजिए बनाने के लिए चंदा राशि देने की बात कही। मां दुर्गा की विशाल मूर्ति स्थापित है सुबह शाम आरती पूजन के समय दोनों धर्म के लोग काफी संख्या में इकट्ठे होते हैं और मां दुर्गा के प्रति अपनी आगाध आस्था प्रकट करते हैं।
गत वर्ष किए गए वादे को निभाया----
मुस्लिम भाइयों ने समस्या को देखते हुए ताजिए का स्थान बदलने का वादा गत वर्ष किया था जिसे प्रशासन की समझाइश एवं स्वविवेक से निभाया और आने वाली पीढ़ी को टकराव की स्थिति से मुक्ति दिला दी ।
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