स्टॉक रजिस्टर जिला कार्यालय बुलाना बना परेशानी का सबब
हरदा- जिला महिला बाल विकास अधिकारी शांति बेले द्रारा परियोजना कार्यालय टिमरनी का स्टॉक रजिस्टर अवलोकन के लिए जिला कार्यालय बुला लेने से गत दिनों पोषण आहार स्टॉक रूम में सुरक्षित रखवाने में काफी दिक्कत परेशानी का सामना करना पड़ा। नेहा यादब परियोजना अधिकारी टिमरनी ने जब जिला कलेक्टर को वस्तबिक स्थिति से अवगत कराया तब कहीं जाकर 10:00 बजे से खड़े ट्रक का माल 4:00 बजे बड़ी मुश्किल से उतारा गया इतने गंभीर मामले को दबा दिया गया जिसकी वजह से जिला महिला बाल विकास अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही नहीं हो सकी। स्टॉक रजिस्टर को जिला कार्यालय बुलाना नियम विरुद्ध है अवलोकन के लिए उंहें स्वयं परियोजना कार्यालय जाना था किंतु वे कार्यालय ना जाकर जहां एक ओर परिवहन व्यय को बचाने की कोशिश की वहीं दूसरी ओर स्टॉक रजिस्टर के लिए कर्मचारियों को अनावश्यक परेशान होना पड़ा। इसी तरह अपने कर्तव्यों के निर्वहन में उदासीनता बरतकर श्रीमती शांति बेले घोर अव्यवस्था उत्पन्न कर रही है। लंबे समय से पदस्थ बेले मेडम पद एवं अधिकार का दुरुपयोग करती हुई जहां शासनादेशों की धज्जियां उड़ा रही है वही अपने अधीन कर्मचारियों एवं अधिकारियों को अनावश्यक परेशान कर जो व्यवस्था सुचारु रुप से चल रही है उस में दखल एवं रोड़ा अटका रही है जिसको लेकर पूरे जिले में व्यापक असंतोष का माहौल बन रहा है। सूत्रों के मुताबिक ऐसी चर्चा है कि लेनदेन करके लंबे समय से लंबित नगरपालिका अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों के किराए का भुगतान किया गया 31 मार्च के पहले इसलिए किया गया ताकि राशि लेप्स ना हो सके। अभी हाल में छह दिवसीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें भारी भरकम फर्जी बिल बना कर शासन को हजारों रुपए का चूना लगाया गया ।यदि उच्चस्तरीय जांच हो तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
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