शासकीय भवन निर्माण में खुलकर हो रही मिलावट खोरी होने वाले हादसों का जिम्मेदार कौन
कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। एक गांव में 63 लाख की लागत से डबल मंजिला शासकीय भवन के निर्माण में भ्रष्टाचार हो रहा है। हकीकत जानने के लिए संडे को हम उस गांव में जाकर जब निर्माण स्थल का निरीक्षण किया तो पाया कि नदी की काली रेत से जुड़ाई हो रही है। और ऊपर से बालू रेत के द्वारा छुपाया जा रहा है ।सीमेंट रेत गिट्टी का मिश्रण अनुपात में नहीं था। ईंट ऐसी कि आप हाथ से तोड़ सकते हैं टोटल घटिया निर्माण। वहां पर निर्माण का बोर्ड भी नहीं लगाया गया । इन अनियमितताओं की शिकायत सोमवार को मौखिक रूप से एवं बुधवार को आला अधिकारी को लिखित में की। एवं उन्हें सभी वीडियो और फ़ोटो भी बताई। -आलाधिकारी का बड़ा ही सुंदर जवाब उन्होंने कहा कि सोमवार को निरीक्षण कराया था तीनो दिवालो को तुड़वा दिया गया एवं मटेरियल तुरंत हटा दिया गया। हमारे इंजीनियरों के पास रेत चेक करने की मशीन है। जिस तरह से आलाधिकारी बात कर रहे थे उससे प्रतीत होता है कि वह ठेकेदार को सपोर्ट कर रहे हैं। ( ज्वलंत समस्या) अगर मंगलवार जनसुनवाई में कलेक्टर को शिकायत करेंगे तो कलेक्टर महोदय उन्हीं अधिकारियों को निरीक्षण के लिए कह देंगे जो पहले से ही ठेकेदारों को सपोर्ट करते हैं। और अधिकारी जो रिपोर्ट कलेक्टर को पेश करेंगे उसकी हकीकत से तो सभी वाकिफ है। आखिर कैसे लगेगा भ्रष्टाचार पर अंकुश
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