एजेंट खुल्लम खुल्ला ले रहे मनमाना किराया, शिकायत के बाद भी मूकदर्शक बने अधिकारी,

हरदा- त्योहार आने से बस मालिकों एवं एजेंटों की चांदी हो जाती है। जहां एक ओर यात्रियों से मनमाना किराया वसूला किया जाता है वहीं दूसरी ओर यात्रियों की सुविधा का तनिक भी ख्याल नहीं किया जाता। यात्रियों द्वारा सुविधा व मनमाना किराया के बारे में बातचीत की जाती है तो एजेंट ना केवल बदसलूकी करते हैं अपितु गाली गलोच कर मारपीट को भी उतारू हो जाते हैं ।टिमरनी खिड़कियां हरदा सहित दूरदराज स्थानों से भोपाल इंदौर जाने वाले यात्रियों से खुल्लम-खुल्ला मनमानी की जा रही है। इंदौर का वीडियो कोच का किराया ₹200 है किंतु त्यौहार के कारण जबरदस्ती ₹400 तक वसूल किया जाता है। वही सामान्य बसों का इंदौर से हरदा का किराया डेढ़ सौ रुपए है किंतु ₹300 की रसीद टिकट काटी जा रही है टिकट पर ना तो तारीख लिखी जा रही है और ना ही बस का नाम ।जिला परिवहन अधिकारी सहित जवाबदेह अधिकारियों को अजय गोरखे ने अवगत कराया ।फिर भी उनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही ।किराया सूची में चस्पा नहीं किया जाता ।खुलेआम मनमानी की जा रही है। कार्रवाई नहीं होने से एजेंटों एवं बस मालिकों के हौसले बुलंद है। मनमाना किराया की रसीद नहीं दी जाती इसलिए मजबूर यात्री लिखित उपभोक्ता फोरम व अन्यत्र शिकायत नहीं कर पा रहे। यह सिलसिला कब तक जारी रहेगा इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। क्योंकि जिम्मेदार अधिकारी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे। जबकि उन्हें लूट खसोट की जानकारी भली-भांति है फिर भी आंख पर पट्टी बांधकर गांधारी की भूमिका निभा रहे है। व्हाटशॉप पर अधिकारी और पत्रकार ग्रुप में एडीएम बाबूलाल कोचले ने चल रही बातचीत और सबूत वीडियो देखे तो उन्होंने तत्काल कार्यवाही प्रारंभ कर दी किंतु आरटीओ अधिकारी राकेश कुमार अहांके द्वारा फोन अटेंड नहीं किया जा रहा है।

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