9 माह में 286 प्रकरणों का निपटारा कर बनाया रिकार्ड पद रिक्त होने से बढ़ रही लंबित प्रकरणों की संख्या

हरदा। जिला उपभोक्ता फोरम में अध्यक्ष पद रिक्त पड़ा है। जिसे भरने की दिशा में कोई मुकम्मल पहल नहीं की जा रही है। जबकि काम का बोझ दिनों-दिन बढ़ रहा है। गत वर्ष की तुलना में 2017 में करीब दो गुणा विवादित प्रकरण आए। विवादित प्रकरणों का समय सीमा में निपटारा कर जहां एक ओर पीडि़त को न्याय दिलाया गया, वहीं दूसरी ओर काम को बोझ न समझते हुए अपनी ड्यूटी को ईमानदारी से निभाकर 9 माह में रिकार्ड २८६ प्रकरणों का निपटारा किया है। विषम परिस्थियों में इतने अधिक तादाद में प्रकरणों का निपटारा कर एक रिकार्ड कामय किया गया है जो नि:संदेश काबिले तारीफ है। जिला उपभोक्ता फोरम में पदस्थ श्रीमति इंद्रा सिंग के द्वारा 1 जनवरी 2017 से 29 सितम्बर 2017 के बीच कुल 286 प्रकरणों का निपटारा बड़ी सूझबूझ से किया गया। जनवरी में 56, फरवरी में 6, मार्च में 12, अप्रैल में 14, मई में 22, जून में 25, जुलाई में 31, अगस्त में 74 ओर सितम्बर में कुल 42 प्रकरणों का निराकरण कर एक मिशाल कायम कि गई। जिला उपभोक्ता फोरम के रीडर ने बताया कि तीन माह (90) दिन में ही सभी प्रकरणों का निराकरण किया है । जिसमें से सबसे अधिक प्रकरण केसीसी के है। सन् 2016 में 193 और 2017में 277 प्रकरण का दर्ज है। रिक्त पद पर नियुक्ति न होने से लंबित प्रकरणों का निराकरण नहीं हो पा रहा है, जिसके कारण उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ रहा है। करीब 163 प्रकरण लंबित है। उपभोक्ताओं को सही समय पर न्याय दिलाने के लिए जिला उपभोक्ता फोरम में रिक्त पड़े पदों को अविलम्ब भरने की मांग जोर पकड़ रही है। बार-बार चक्कर काट कर परेशान हो चुके उपभोक्ताओं ने जिला कलेक्टर अनय द्विवेदी का ध्यान इस ओर आकृष्ट करते हुए रिक्त पड़े पद को भरने के साथ-साथ लंबित प्रकरणों के निराकरण की कार्यवाही समय सीमा में सुनिश्चित कराने की मांग की है।

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