हिरण्यगर्भा मातृ मुस्कान अभियान का हो रहा सफल क्रियान्वयन, हाईरिक्स गर्भवती महिलाओं को मिल रही बेहतर सुविधा

हरदा। संभागायुक्त होशंगाबाद उमाकांत उमराव के कुशल मार्गदर्शन एवं जिला कलेक्टर अनय द्विवेदी की देखरेख में हिरण्यगर्भा मातृ मुस्कान अभियान का जिले में सफल क्रियान्वयन हो रहा है। हाईरिक्स गर्भवती महिलाओं को घर बैठे हर संभव चिकित्सा सुविधा सहित अन्य सुविधाएं प्रदान की जा रही है। इस अभियान में तहत प्रत्येक गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाता है। इस दौरान जिसकी आवश्यकता होती है वह दवाईया देने के साथ-साथ खान-पान में परहेज करने एवं संतुलित आहार लेने की सलाह दी जाती है। फल-फूल के सेवन के बारे में भी सलाह दी जाती है। समय-समय जांच एवं परीक्षण किया जाता है ताकि किसी भी प्रकार की समस्या न उत्पन्न हो सके। सुरक्षित प्रसव एवं जच्चा-बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए इस प्रभावी अभियान का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिला परियोजना अधिकारी ललित डेहरिया,शहरी परियोजना अधिकारी श्रीमती कुदुम मदनकर,ग्रामीण परियोजना अधिकारी सीमा जैन द्वारा अभियान के क्रियान्वयन मे पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। स्वास्थ विभाग, महिला बाल विकास विभाग, महिला सशक्तीकरण के शौर्या दल द्वारा संयुक्त रूप से गर्भवती महिलाओं को लाभ पहुंचाया जा रहा है। टिमरनी परियोजना सेक्टर रहटगांव के आंगनवाडी केन्द्र क्रमांक ४ रहवासी श्रीमती संतोषी पति सुनील के पेट में आडा बच्चा ९ माह तक कोई हलचल पेट में नही होने पर कार्यकर्ता श्रीमती कृष्णा सातनकर, पर्यवेक्षक श्रीमती आशा सोनी, एनम श्रीमती इन्द्रातिवारी आशा कार्यकर्ता श्रीमती सरोज गौर द्वारा जांच कर उचित इलाज करवाकर सुझाव दिया गया फलस्वरूप सुरक्षित प्रसव हुआ। प्रसव के समय बालिका वजन दो किग्रा नौ सौ ग्राम था। वर्तमान में दोनो स्वस्थ है। 1 इसी तरह आंगनवाडी केन्द्र बघवाड रहवासी श्रीमती संगीता पति संजय की जांच की गई।जांच में हाईरिस्क का कारण चौथा पारा था। समय पर इलाज की सुविधा मिली फलत: सुरक्षिति प्रसव हुआ। 2 ग्राम हंडिया निवासी सुलोचना पति महेश राजपूत की स्वास्थ्य की जांच की गयी और वजन भी लिया गया तत्पश्चात वजन में १० किग्रा की बृद्धि होने पर आशा कार्यकर्ता सुईया डाबर एवं एएनएम पार्वती सिंह द्वारा समझाईश दी गई कि खतरे के लक्षण जैसे सूजन आना, ब्लीडिंग होना, पानी जाना आदि समस्या दिखने पर जानकारी देने की बात कही। निगरानी रखने और उचित सलाह स्वास्थ्य सुविधा देने के कारण सुरक्षित प्रसव हुआ। 3 कम वजन के कारण हाईरिस्क गर्भवती महिला श्रीमती मनीष पति संतोष निवासी हंडिया को पूरक पोषण आहार देकर उचित सलाह दी गयी फलत: प्रसव सुरक्षित हुआ। परियोजना अधिकारी श्रीमती सीमा जैन पर्यवेक्षक सुनीत वर्मा द्वारा सतत संपर्क बनाये रखी जिसके कारण स्वास्थ्य में अपेक्षा के अनुरूप सुधार हुआ। 4 परियोजना खिरकिया सेक्टर चारूवा के ग्राम पडवा केन्द्र दो निवासी गर्भवती महिला श्रीमती संगीता बाई पति राजू माली का वजन जहां कम था वही सीजर आपरेशन से पहली डिलेवरी हुई थी। चिकित्सा सुविधा, उचित सलाह देकर एवं समय-समय देखरेख करके सुरक्षित प्रसव करवाया गया। 5 आंगनवाडी केन्द्र क्रमांक ६ सिराली रहवासी श्रीमती भाग्यश्री पति संजय की देखरेख हीमोग्लोबिन कम होने के कारण की गयी। उचित इलाज सुझाव और देखरेख के कारण सुरक्षित प्रसव हुआ। 6 हरदा ग्रामीण सेक्टर बालागाव कुकरावद क्रेन्द में महिला श्रीमती अनिता बघेले पति राजकुमार की पहली डिलेवरी आपरेशन से होने के कारण उचित देखरेख और इलाज किया गया और समय-समय जांच परीक्षण कर आवश्यक सुझाव सलाह देकर सुरक्षित प्रसव करवाया गया। 7 हरदा शहरी सेक्टर वार्ड क्रमांक १७ निवासी श्रीमती भारती नायक पति रवि नायक की पहली डिलवरी आपरेशन से होने के कारण समय-समय पर जांच परीक्षण कर उचित इलाज और सलाह दिया गया परिणामस्वरूप सुरक्षित प्रसव हुआ। अच्छे स्वास्थ्य के लिए गर्भवती माताओं को हरी पत्तेदार सब्जी, अंकुरित अनाज संतुलित भोजन लेने की सलाह दी गयी जिसका पालन किया गया। इससे खतरे की जो आशंका थी वह दूर हो गयी। 8 शहरी सेक्टर निवासी श्री मती निशा राठौर पति सुनील की गर्भ के चौथे महीने में ब्लीडिंग के कारण देखरेख कर उचित इलाज सलाह दिया गया जिसके चलते सुरक्षित प्रसव हुआ। उक्त सभी हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं को उचित इलाज, सलाह देकर सुरक्षित प्रसव करवाया गया। गर्भावस्था के दौरान खान पान का विशेष महत्व है जिसमें परहेज करके तमाम खतरो से बचा जा सकता है

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