पुलिस के चुनौती बने हाईटेक सटोरिये

हरदा। जिले में हाईटेक सटोरियों का जाल तेजी से फैल रहा है जो पुलिस के चुनौती बना हुआ है। हालांकि पुलिस ने सिराली एवं जिला मुख्यालय में कुछेक सटोरियों को पकडने में सफलता हासिल की किन्तु हाईटेक सटोरिये अभी भी पुलिस की पकड से कोसो दूर है। क्राइम ब्रांच को इन सटोरियों को पकडने के लिए हाईटेक तरीका अपनाना होगा। जिसे नही अपनाने के कारण सटोरिये पुलिस गिरफ्त से बाहर है और हजारो युवाओं को इसकी गिरफ्त में लेकर उनका जीवन तो बर्बाद कर ही रहे है साथ में अपराध की ओर उन्मुख हो रहे है। सट्टा खेलने के लिए युवा मोबाईल चोरी कर अथवा अन्य अपराध कर राशि की व्यवस्था कर रहे है। इस तरफ ध्यान देकर पुलिस समय रहते कार्यवाही नही शुरू की तो निश्चित रूप से हाईटेक सटोरियों का जाल इस कदर फैल जायेगा कि उस पर काबू पाने के लिए पुलिस को दातो तले लोहे के चने चबाने पडेगे। छापामार कार्यवाही के तहत अभी तक कार्यवाही की गयी उससे कई गुना बडे सटोरिये एंड्रॉयड फोन के जरिये सट्टा खेल रहे है। सोशल मीडिया व्हाटस एप के जरिये इस कारोबार को फैलाया गया है। क्राइम ब्रांच इस तरफ कडी निगरानी नही कर रही है जिसका फायदा उठाकर हाईटेक सटोरिये लंबे समय से फल फूल रहे है और जिले के हजारों युवाओं को गिरफ्त में ले लिये है। ऐसे सटोरियों को पकडने के लिये पुलिस को हाईटेक तरीका अपनाना होगा क्योकि वे इतने शातिर है कि ठग की तरह अपने बचाव का सारा इंतजाम किये रहते है ऐसा कोई सबूत नही छोडते कि जिससे वे पकड में आ सके। जिस प्रकार मोबाईल से ठगी करने वालों को पकडा जाता है ठीक उसी प्रकार मोबाइल के जरिये सट्टा खेला रहे सटोरियों को आसानी से पकडा जा सकता है। पुलिस इस तरफ ध्यान क्यों नही दे रही है यह एक जांच का विषय बना हुआ है। क्या कहते हैं जवाबदार SP सर के निर्देशानुसार जुआ-सट्टा पकड़ो अभियान चल रहा है। जहां भी जानकारी मिलती है तत्काल छापामार कार्रवाई की जा रही है। क्राइम ब्रांच भी सतत निगरानी में लगा है। हेमलता कुरील अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरदा

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