खाद्य अधिकारी की सक्रियता से उल्टी दस्त की घटना होते-होते टली।
मुकेश दुबे
हरदा। जिला खाद्य एवं औषधि अधिकारी जेपी लवबंशी की सक्रियता से उल्टी दस्त की घटना होते-होते टल गई। टीम सहित मौके पर कीड़े युक्त आटे से बन रही पूड़ियों को नहीं रुकवाया गया होता तो निश्चित रूप से खाने वालों को उल्टी दस्त की शिकायत हो सकती थी। इससे खाने वाले का स्वास्थ्य और भी बिगड़ सकता था। यह घटना है बुधवार को प्रातः 10:00 बजे की। थाना प्रभारी को फोन पर सूचना मिली कि सोनी परिवार द्वारा गोयल मिष्ठान भंडार से पुड़िया बनवाई गई थी। जिसे सोनी परिवार के कुछ लोगो ने खा भी ली। किन्तु जब गौर से पूड़ियों को देखा तो उसपर धनधुरे टाइप के कीड़े लगे हुए मिले। पुड़िया बनाने में जिस आटे का उपयोग किया जा रहा है वह कीड़े युक्त है। सूचना मिलते ही जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम जेपी लवबंशी के नेतृत्व में तत्काल मौके पर पहुंची और आटे का निरीक्षण किया। आटे में एवं पूड़ी में कीड़े चिपके हुए पाए गए। स्थानीय पुलिस एवं शिकायतकर्ता की मौजूदगी में प्रकरण पंजीबद्ध कर आटे के नमूने की जांच के लिए लाया गया। गोयल मिष्ठान भंडार के संचालक ने भी गलती को स्वीकार किया। शेष बचे 30 किलो आटे को जप्त करने की कार्यवाही की गई। यह महज सौभाग्य था कि इस पूड़ी का सेवन किसी ने किया नहीं था। यदि कर लेते तो क्या स्थिति निर्मित होती इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता । जिले में होटल वाले किस तरह से अधिकाधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में उपभोक्ता की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं इसका यह एक नमूना है इसी तरह से आए दिन हो रहा है। किंतु पकड़ में नहीं आने से मामला उजागर नहीं हो पा रहा। शिकायतकर्ता जागरुकता का परिचय देते हुए इसी तरह सूचना दें तो निश्चित रूप से ऐसी घटनाओं पर अंकुश सहजता से लगाया जा सकेगा।
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