बेरोजगारों को रोजगार का सुनहरा अवसर उपलब्ध करा रहा मां रेवा हॉस्पिटल। चिकित्सा क्षेत्र में भविष्य उज्जवल बनाने की मिली सौगात।

हरदा- विज्ञान विषय से कक्षा 12वीं उत्तीर्ण बेरोजगारों को रोजगार का सुनहरा अवसर माँ रेवा हॉस्पिटल द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है। हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ गोविंद पटेल ने अथक प्रयास कर समुचित क्षेत्र के बेरोजगारों को एक अनुपम सौगात दी है। हेल्थ सेंटर क्षेत्र में इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन एडवांस कोर्स में प्रशिक्षण निशुल्क लेकर बेरोजगार अपना भविष्य को उज्जवल बना ही सकते हैं। साथमें पीड़ित मानवता की सेवा का अक्षय पुण्य अर्जित कर सकते हैं।
  मध्यप्रदेश शासन द्वारा संचालित कौशल एवं कौशल्या योजना को हेल्थ केयर के अंतर्गत 4 माह का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है। जिले में यह सुविधा नहीं थी। डॉ गोविंद पटेल ने बेरोजगारों को भरपूर रोजगार मिले इस उद्देश्य से प्रशिक्षण की शुरुआत की है। डॉ पटेल ने एक चर्चा में बताया कि ई एमसी एसी संपूर्ण रोजगार निशुल्क पाठ्यक्रम है। इसमें प्रतिदिन 4 घंटे थ्योरी एवं प्रैक्टिकल प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रत्येक बेंच में 120 अभ्यार्थी रहेंगे। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद बेरोज़गार मेडिकल सेवा में स्वयं का कार्य भी शुरू कर सकते हैं।साथ ही मेडिकल संस्थाओं में सेवा देकर अपनी बेरोजगारी दूर कर सकते हैं।    

प्रशिक्षित युवकों को ट्रामा एजेंसी मेडिकल एजेंसी में सेवा के सुहावने अवसर मिलेंगे। प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम आईएमसी एसी पाठ्यक्रम में इन्फेक्शन कंट्रोल हाइजीन मेटेंस नेशन इमरजेंसी समय में रोगी का ट्रीटमेंट व्यवहार मानव शरीर का आकार शरीर के फंक्शन रोगियों के अधिकार फर्स्ट एंड रोगी की हिस्ट्री टामा मैनेजमेंट बायो मैनेजमेंट फार्मों क्लोरीन अध्ययन लाइफ सपोर्ट सिस्टम आदि विषयों का थ्योरीकल एवं प्रैक्टिकल अध्ययन कराया जाएगा। इन कोर्सों में ट्रामा एजेंसी में कार्य दौरान जले हुए मरीज का उपचार ,हैंडलूम स्पाइस यूरिन टेस्ट सीरीज शुगर संबंधित समस्या एलर्जी पीडियाट्रिक इमरजेंसी एंबुलेंस के माध्यम से एक पार्टी ड्यूरिंग श्वास तंत्र आदि की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
ट्रामा सेंटर में प्रशिक्षित युवकों की मांग--- प्रदेश के सभी जिले में ट्रामा सेंटर खुल गए हैं। किंतु प्रशिक्षित युवाओं की उपलब्ध नहीं होने से उनका सफल संचालक नहीं हो पा रहा है।  डॉ गोविंद पटेल ने बताया कि 4 माह का यह निशुल्क प्रशिक्षण ट्रामा सेंटर के सफल संचालन में मील का पत्थर साबित होगा मध्यप्रदेश शासन की इस महत्वकांक्षी योजनाओं का श्रीगणेश करने का उद्देश्य गांव गांव शहर शहर में चिकित्सा कौशल को बढ़ावा देना है प्रशिक्षित युवक स्वयं का क्लीनिक भी खोल सकते हैं साथ में एंबुलेंस जॉब अथवा क्रिटिकल यूनिट में नौकरी के भरपूर अवसर का लाभ ले सकते हैं ।

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