कुपोषण के कलंक को मिटाने की अभिनव पहल। जनजागृति और सभी के सहयोग से मिटेगा कुपोषण का कलंक।

हरदा। जिले को कुपोषण से मुक्त करने के लिए महिला बाल विकास द्वारा उल्लेखनीय प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में गत दिनों कुपोषण के कलंक को मिटाने की अभिनव पहल की गई। इसके लिए एक कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें सभी धर्म के धर्मगुरूओं को बुलाया गया और उन्होंने कुपोषण से निपटने के लिए अपने-अपने नुस्खे बताए और प्रचार प्रसार कर इस बारे में जन-जागृति लाने की बात कहीं। तुलसी के महत्व, रानी मदाल्दा, जैसा खाए अन्न वैसा बने मन, खाना बनाते समय स्वादिष्ट दृष्टिकोण अपनाए, गर्भावस्था से तीन वर्ष तक सीखने की विलक्षण क्षमता के बारे में बताया गया। इस अंतराल में विशेष सावधानी सर्तकता वरती जाये तो कुपोषण के कलंक को जड़ से मिटाया जा सकता है।
*डॉ. राहुल दुबे जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी ने कुपोषण के विभिन्न चरणों के बारे मेंं विस्तार से बताया। कुपोषण के कारण बचाव उपचार एवं सावधानियां के बारे में बताकर सभी धर्म के गुरूओं से जागरूकता लाने के लिए प्रसास करने का आव्हान किया। श्री दुबे ने बताया कि सितंबर माह कुपोषण उन्मूलन माह के रूप में मनाया जा रहा है। इस माह आंगनवाड़ी केन्द्रों से विभिन्न गतिविधियां होगी, जिसमें जन-जन तक जरूरी जानकारियां पहुंचाकर सचेत, सतर्क, आग्रह किया जाएगा। *महिला बाल विकास द्वारा पहली बार जन आंदोलन में धर्मगुरूओं को जोड़ा गया। इसका निकट भविष्य में चमत्कारिक परिणाम देखने को मिलेगा। इस प्रकार के कुपोषण को दो फीसदी की दर से प्रति वर्ष कमी लाने को लक्ष्य तय किया गया है। तीन वर्षों के अंतराल छ: फीसदी कमी लाकर जिले को कुपोषण से मुक्त कराया जाएगा।
*अतिथि मुख्य कार्यपालन अधिकारी एचएस मीणा ने अपने उद्बोधन में कहा कि कुपोषण के कलंक को मिटाने के लिए सभी को जागरूक होकर जागरूकता फैलानी होगी। खानपान में संतुलित आहार को शामिल किया जाए। गांव में मौजूद दूध, दही, हरि सब्जी, फल आदि का इस्तेमाल किया जाए। इससे शरीर को आवश्यकता के अनुरूप विटामिन खनिज लवण मिलेगा और शरीर का सर्वांगीण विकास होगा।
*कार्यशाला में मीडियाकर्मी भी उपस्थित रहे। मीडिया के माध्यम से वास्तविकता को जन-जन तक पहुंचाने का आव्हान किया गया ताकि सावधानी सर्तकता जागरूकता से कुपोषण के बच्चों को बचाया जा सके।
* जिला महिला बाल विकास अधिकारी ललित डेहरिया ने कार्यक्रम के अंत में सभी के प्रति आभार व्यक्त किया और सही पोषण देश रोशन का नारा देते हुए जन आंदोलन में सहयोग की अपील की। सभी को संकल्प दिलाया गया कि इस आंदोलन में बढ़चढ़ हिस्सा लेकर तन मन धन से समर्पित होकर सहयोग दे ताकि जिले केा कुपोषण मुक्त बनाकर कलंक को मिटाया जा सकें। इस कार्यशाला में आदि उपस्थित थे।

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