टिमरनी में विधान सभा चुनाव की सरगर्मियां बढ़ी। रमेश मर्सकोले की प्रबल दावेदारी से सियासी हलचल तेज।
मुकेश दुबे 9826036011
हरदा। आसन्न विधान सभा चुनाव २०१८ की सरगर्मिंया दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। नंबवर माह में होने वाले चुनाव की तिथि जैसे-जैसे करीब आ रही है, वैसे-वैसे दावेदारों की दावेदारी प्रबल होती जा रही है। टिमरनी विधानसभा क्षेत्र में जहां भाजपा से वर्तमान विधायक कुं.संजय शाह का नाम प्रबल दावेदार के रूप में उभरकर सामने आ रहा है, वहीं कांग्रेस से चार दावेदारों के नाम उभकर सामने आ रहे है।
*आदिवासी समाज से रामेश मर्सकोले, मकड़ाई रियासत से कुं. अभीजित शाह, इंजीनियर कमल धुर्वे और पूर्व पराजित प्रत्याशरी रमेश इवने का भी नाम उभकर सामने आ रहा है। सभी अपनी प्रबल दावेदारी पेश कर न केवल जीत का दावा कर रहे है, अपितु जनता के बीच पकड़ मजबूत बनाने के लिए एड़ी चोटी का प्रयास कर रहे है।
*लौहपुरूष सर्वे के मुताबिक रमेश मर्सकोले की दावेदारी प्रवल मानी जा रही है, करीब दो दशक से जनता से सीधे जुड़े हुए है। हरदा विधान सभा क्षेत्र के विधायक डॉ. आरके दोगने के निज सचिव, सर्व आदिवासी समाज के जिला संरक्षक अजाक्स संघ के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष, मंडी कर्मचारी महासंघ के संभागीय अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद का निर्वहन करते हुए कर्मचारी जगत और जनता जर्नादन के बीच अपनी पकड़ को मजबूत बना लिया है।
*विधायक डॉ. दोगने का समर्थन उनके लिए रामबाण सिद्ध होगा। गुर्जर समाज के कुल बीस हजार मत टिमरनी विधान सभा क्षेत्र में है। जातीय आधार पर समर्थन मिलने के कारण चुनाव में लाभ मिल सकता है। *अठारह वर्षों तक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष रहते हुए रमेश मर्सकोले ने अपनी अविष्मरणीय पहचान बनायी है। कर्मचारियों को बाजिव हक न्याय दिलाकर उनके दिलों दिमाग में अमिट छाप छोड़ी है। जिसका लाभ चुनाव में अवश्य मिलेगा। निजी सचिव एवं कर्मचारी संंघ के नेता होने के कारण विधायक की कार्यशैली से भली भांति परिचित है, जिसका लाभ विधान सभा क्षेत्र को मिलेगा।
* आदिवासी समाज के राष्ट्रीय एवं जिला स्तरीय कार्यक्रमों को बेहतर ढंग से करवाकर समाज में भी एक अलग पहचान बनायी है। रमेश कर्मकोले की प्रबल दावेदारी से सियासी हलचल तेज होना ही कांग्रेस द्वारा कराए गए सर्वे में मुख्य दावेदारों में नाम आने से तरह-तरह की चर्चा का बाजार गर्म है।
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