जिले में भारत बंद शांतिपूर्ण रहा। नार्मदेव धर्मशाला से कलेक्ट्रेड तक निकली रैली।

हरदा। अखिल भारतीय सपाक्स संगठन द्वारा एसटी-एससी के संशोधित कानून के विरोध में भारत बंद हरदा में शत प्रतिशत सफल रहा। व्यापारियों द्वारा भरपूर समर्थन दिए जाने के कारण दुकान नहीं खुली। बाजार एवं सड़क पर सन्नाटा जैसा माहौल रहा। रैली निकालकर सपाक्स के सैकड़ो कार्यकर्ता जब कलेक्ट्रेड पहुंचे तब ज्ञापन लेने के लिए जिला कलेक्टर एस विश्वनाथन मौजूद नहीं थे। इससे कार्यकर्ताओं का तेवर उग्र हो गया। और वे राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपने से मना कर दिया।
    माहौल बिगड़ने वाला ही था कि ऐन मौके पर टीआई दिनेश शर्मा ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए आक्रोशित सपाक्स कार्यकर्ताओं को शांत किया।   

 *ज्ञातव्य हो कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ काला कानून को हरी झंडी सामान्य एवं पिछड़ा वर्ग के हित पर कुंठाधार किया है। इसके विरोध में गुरुवार को भारत बंद के तहत हरदा जिला भी बंद रहा। पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण रहा कहीं किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हुई। सपाक्स के सैकड़ो कार्यकर्ता नार्मदेब धर्मशाला के पास इकट्ठे हुए खेड़ी पुरा से घंटाघर चौराहा, नारायण टॉकीज, पुलिस थाना होते हुए कलेक्ट्रेड पहुंचे।
*बंद का निजी व्यापक समर्थन।
भारत बंद के दौरान हरदा बंद को लेकर सपाक्स और स्वर्ण वर्ग ने सहयोग मांगा। जिसका समर्थन सभी व्यापारी गण सहित प्राइवेट संस्थाओं ने भी किया ।इस बंद को सभी वर्गों एवं धर्मों ने समर्थन दिया है। पहला अवसर है जब बंद का समर्थन इतने व्यापक पैमाने पर सामने आया।

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