*मिलावटी शराब से हादसे की आशंका* *हादसे के बाद हरकत में आने की बनी फितरत*
हरदा। जिला मुख्यालय पर देशी शराब की 3 दुकानें संचालित हो रही है। हाईवे रोड निर्माणधीन गर्ल्स कालेज के सामने, नारायण टॉकीज के पास एवं गुप्तेश्वर मंदिर के पास सभी दुकानों का संचालक एक ठेकेदार द्वारा ही किया जा रहा है। गुप्तेश्वर मंदिर के पास स्थित दुकान पर ₹55 में मिलने वाली सफेद प्लेन का क्वार्टर ₹30 में मिल रहा है। बिना सील लगे खुले ढक्कन वाली शराब की कीमत कम होने से जाहिर होता है कि उसमें अवश्य मिलावट की जा रही है , यदि ऐसा ना होता तो दूसरी दुकानों में पैकिंग वाली शराब ज्यादा कीमतों पर नहीं मिलती।
*खतरनाक रासायनिक पदार्थ मिलावट की आशंका*
गुप्तेश्वर मंदिर रोड वाली दुकान पर आदतन शराबियो ने बताया कि यहां की शराब पीने के बाद आंखें भारी हो जाती है, सर चकराता और नींद के झोंके आते। किंतु रोजाना हमें 4 क्वार्टर पीने की आदत है। अगर दूसरी दुकान से शराब लेते हैं तो 4 क्वार्टर ₹220 में आते हैं और यहां 4 क्वार्टर हमें ₹140 में मिल जाते हैं। आर्थिक लाभ होने की वजह से यहां आना हमारी मजबूरी है। एक ही शहर में और एक ही ठेकेदार की दुकानों में कीमतों का अंतर लोगों के समझ से परे है ।
खुले ढक्कन वाली शराब को जप्त कर परीक्षण किया जाए तो इसका खुलासा हो सकता है। किंतु दुर्भाग्य की बात यह है कि अधिकारियों की मेहरबानी से ठेकेदारों के खिलाफ किसी भी प्रकार की कठोर कार्यवाही नहीं की जा रही। आबकारी, पुलिस एवं राजस्ब महकमा नियमों के खुल्लम खुल्ला हो रहे उल्लंघन की ओर तनिक भी ध्यान नहीं दे रहा है।
*हादसे का इंतजार*
आमतौर पर प्रशासन तभी हरकत में आता है जब कोई बड़ा हादसा हो जाता है। बिना हादसे के वास्तविकता का पता लगा कर मनमानी एवं अंधेरगर्दी को दूर करने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया जा रहा है। बल्कि लंबे अरसे से कठोर कार्रवाई की आवश्यकता महसूस की जा रही है। ध्यान आकृष्ट कराने के बाद भी जिम्मेदार इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। उनके इस रवैये से उनकी भूमिका को संदिग्ध बनाते हुए जांच के दायरे में लाकर खड़ा कर दिया है।एक ओर जहां मदिरापान करने वालों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है वहीं निकट समय मे किसी बड़े हादसे की आशंका बनी हुई है।
Comments