*मंडी कर्मचारियों मे घमासान* सुनियोजित षड्यंत्र के तहत फंसाने का आरोप* चंद्र प्रकाश ने शिकायत कर कार्यवाही की लगाई गुहार*
*हरदा कृषि उपज मंडी के दो कर्मचारियों के बीच मचे घमासान का मामला कलेक्टर तक जा पहुंचा है एक कर्मचारी ने दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसकी लिखित शिकायत भी की है।*
हरदा। मुझे झूठे प्रकरण में फंसा कर जेल भिजवाने का षड्यंत्र राजेंद्र पारे सहायक ग्रेड 2 द्वारा किया जा रहा है। यह आरोप चंद्रप्रकाश भलावी सहायक ग्रेड 2 कृषि उपज मंडी समिति द्वारा जिला कलेक्टर को 6 अक्टूबर को दिए शिकायत पत्र में लगाया गया। श्री भलावी ने बताया कि श्री पारे जातिसूचक शब्दों का उपयोग कर मुझे अपमानित और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे है। उनके द्वारा यह भी कहा जाता है कि शिकायत करके मेरा कुछ भी बिगाड़ नहीं सकते। अपने रिश्तेदारों से झूठे प्रकरण तैयार करा कर मुझे फसाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने राजेंद्र पारे के खिलाफ शीघ्र कार्यवाहीकरने की मांग भी की है ताकि भयमुक्त होकर कर्तव्यों का निर्वहन कर सके।
*दबाव बनाकर उठवाई शिकायत*
श्री भलावी ने गत वर्ष 28 जून 2017 को राजेंद्र पारे द्वारा की गई घटना का हवाला देते हुए बताया कि उन्होंने कार्यालय में आकर गाली गलौज कर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया था और मुझे जान से मारने की धमकी दी गई थी । घटना के समय हरिमोहन यादब, राजेंद्र कुरेले, श्रीमती भवानी ढोके, श्रीमती अनीता यादव , बाचू सिंह पवार उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि गाली गलौज की इस घटना से मेरे आत्मसम्मान को गहरा आघात लगा।
पुलिस अधीक्षक अजाक्स थाना में इसकी लिखित शिकायत की जिसमें उन्होंने कहा कि कृषि उपज मंडी के तत्कालीन सचिव द्वारा मुझ पर शिकायत उठाने एवं कटवाने का दबाव डाला गया। जिसके कारण उस समय शिकायत वापस ले ली थी। इस घटना के बाद भी राजेंद्र पारे के रवैया एवं मानसिकता में कोई बदलाव नहीं आया । उनके द्वारा आज भी मुझे अपशब्द गोंड कोरकू कह कर सबके सामने अपमानित किया जाता है। 28 जून 2017 को दिए गए शिकायत पत्र की छायाप्रति के साथ एक शिकायत पत्र जिला कलेक्टर के साथ साथ प्रबंधक संचालक मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड भोपाल अनुविभागीय दंडाधिकारी को भेजकर राजेंद्र पारे के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की गई है।उन्होंने कहा कि यदि कार्यवाही नहीं की गई तो मुझे कभी भी झूठे प्रकरण में फसाया जा सकता है।
*पहले भी लगे भ्रष्टाचार के आरोप*
मंडी सदस्य ने लेटर पैड पर विगत वर्ष भी कलेक्टर एवं विधायक को कृषि उपज मंडी में श्री पारे ज्वाला विद्युत उपकरण एवं जनरेटर की मरम्मत के लाखों के फर्जी बिल लगाने की शिकायत की थी। सूत्रों की मानें तो संयुक्त कलेक्टर प्रियंका गोयल द्वारा हरदा कृषि उपज मंडी के सचिव को एक लेटर जारी कर निष्पक्ष जांच एवं छानबीन करने का आदेश जारी किया था। मंडी सचिव ने जांच की जिम्मेदारी अपने अधीनस्थ अधिकारी को सौंप कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। यदि निष्पक्ष जांच की जाती तो भ्रष्टाचार की कई परतें प्याज के छिलके की तरह परत दर परत खुलती चली जाती।
*मुझे ब्लेक मेल कर रहे हैं*
इस संबंध में राजेंद्र पारे ने बताया कि यह सभी बातें झूठी है। एसटीएससी नियम का फायदा उठाते हुए मुझ पर झूठा आरोप लगा रहे हैं।मुझे ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं।
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