चुनावी माहौल में सोशल मीडिया का बाजार गर्म। आमजन व्यक्त कर रहे अपनी राय।
मुकेश दुबे
हरदा। चुनाव के तारीख का ऐलान होने के साथ ही चुनावी सरगर्मी भी तेज हो गई है। हालांकि अभी हरदा जिले की दोनों विधानसभा सीटों से किसी भी प्रमुख दलों भाजपा और कांग्रेस ने अपने अधिकृत प्रत्याशियों के नाम तय नहीं किए है फिर भी कुछ नेताओं ने तो अपना नाम मानकर जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है। वैसे हरदा विधानसभा क्षेत्र से तत्कालीन विधायक रामकिशोर दोगने का नाम तय माना जा रहा है। मगर जो पैनल बनाई गई है उसमें अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पवार पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष हेमंत टाले का नाम भी शामिल होना बताया जा रहा है। इधर भाजपा से अनेक नेता मीडिया का सहारा लेकर सुर्खियों में बनने का प्रयास कर रहे हैं ।परंतु पूर्व मंत्री कमल पटेल ने इन नेताओं को चुप कराने के लिए कैलाश विजयवर्गी की रैली और सभा कर अपनी दावेदारी को मजबूत दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यहां तक कि श्री विजयवर्गी ने श्री पटेल को अघोषित रूप से प्रत्याशी बताते हुए मंत्री मंडल में प्रतिनिधित्व देने तक की बात इशारों इशारों में कह डाली। उनकी इस अघोषित घोषणा ने कईयों को मासूम कर डाला। वहीं कई नेता दबी जुबान में शिकायत करने से नहीं चूके रहे है।श्री पटेल के अलावा सुरेंद्र जैन डॉ बघेल पुरुषोत्तम पटेल आदि की चर्चा में बने हुए हैं।
* जहां तक टिमरनी विधानसभा की बात है तो वहां संजय शाह का नाम लगभग तय है। परंतु कांग्रेसी प्रत्याशी की फेर लिस्ट काफी लंबी है। जिसमें सबसे ऊपर अभिजीत शाह, रमेश मसकोले प्रमुख रूप से सामने आए। कांग्रेस की पैनल में अभिजीत शाह सबसे आगे चल रहे हैं ।फिर भी कांग्रेस में जब तक बी फार्म हाथ में ना आ जाए तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता।
* हाथ मिलाया दिल नहीं मिले,,* पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा पिछले दिनों राजपूत छात्रावास में एक कार्यक्रम दौरान विधायक श्री दोगने और जिलाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पवार के बीच चल रहे मनमुटाव को दूर करने का भरकस प्रयास किया गया। इस समारोह में दोनों से चर्चाएं का समझाई थी और हाथ गले मिलाकर दोनों को एक किया। किंतु कुछ कार्यक्रमों में विधायक और अध्यक्ष की दूरियां जग जाहिर हो गई। वक्त रहते यह दूरियां नजदीकियों में नहीं बदली तो भविष्य में इसका हर्जाना कांग्रेस को अपनी सीट गवाकर देना पड़ सकता है।
* टिकिट के दाबेदार गुरु चेले* --
हरदा सीट से दो प्रमुख नाम उभर कर आ रहे हैं। जहां एक ओर कमल पटेल पूरे आत्मविश्वास के साथ खड़े हैं। वही सोशल मीडिया और आमजनों में सुरेंद्र जैन सबसे चहेते बनकर उभरे। सूत्रों की मानें तो सुरेंद्र जैन शिवराज सिंह के सबसे चहेते हैं। वहीं आमजन और सोशल मीडिया पर भी खूब छाए रहते हैं जहां तक विकास की बात है तो लोगों का यह मानना है कि अगर सुरेंद्र जैन को टिकट मिलती है तो हरदा जिले का विकास पूर्ण तरीके से हो पाएगा।
*विजयदशमी पर्व पर जगजाहिर हुई गुटबाजी* नेहरू स्टेडियम में शाम सभी टिकट के दावेदार अपने अपने समर्थकों के साथ अलग अलग खड़े नजर आए। रावण दहन के तुरंत बाद बधाई का सिलसिला शुरू हुआ। सभी नेता आम जनता को अपने गुट के साथ खड़े होकर बधाई देते नजर आए।
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