पिछले पंचवर्षीय से पीछा नहीं छोड़ रहा जिले का दुर्भाग्य। जिले का दुर्भाग्य या फिर संयोग ??
मुकेश दुबे 9826036011
हरदा। पिछले 5 वर्षों से जिले का दुर्भाग्य पीछा नहीं छोड़ रहा। गत पंचवर्षीय में हरदा खिरकिया विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक ड़ॉ आरके दोगने थे तो प्रदेश में सत्ता भाजपा की थी। चालू पंचवर्षीय में भाजपा विधायक कमल पटेल हुए तो सत्ता में कांग्रेस आ गई। सत्तासीन पार्टी के विधायक नहीं मिलने से जिला विकास के क्षेत्र में उस गति से प्रगति नहीं कर पा रहा है जिस गति से प्रगति होना चाहिए।
** विधायक एवं पूर्व राजस्व मंत्री कमल पटेल प्रदेश के प्रभावशाली नेताओं में से एक हैं। सत्ता कांग्रेस की होने के कारण व लाख कोशिश के बाद जिले को वह सौगात नहीं दे पाएंगे जो भाजपा के सत्तासीन होने पर दे पाते। कहीं ना कहीं कांग्रेस की सत्ता उनके मार्ग में रोड़ा बनेगी। इससे जिले की महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू हो भी पाएगी इस पर संशय की स्थिति लोगों के दिलों दिमाग में बन रही हैं। रोजगार की असीम संभावना और आवश्यकता है। इस पर विशेष पहल व पैकेज की दरकार है। इसको पूरा करने में विधायक कितना सफल होंगे यह तो वक्त बताएगा बाहरहाल लोगों के दिलों दिमाग यह सवाल कौंध रहा है। कि विधायक के साथ साथ सत्ता भी भाजपा की होती तो जिले का कुछ और ही नजारा होता। ** इसे जिले का दुर्भाग्य कहें या फिर संयोग कि पिछली दो पंचवर्षीय से सत्तासीन पार्टी के विधायक होने का संयोग नहीं बन पा रहा है। जिसके कारण जिले को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। जिसकी भरपाई का संयोग कब बनेगा इस बारे में कुछ भी कहा नहीं जा सकता।
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