कौन है रेत चोरों का मुखबीर। विभागो की कार्यवाही दिखावे की तो नहीं।
हरदा । नर्मदा तट के ग्राम भमोरी, खेड़ी नीमा , मनोहरपुरा सूरजना, गोयत आदि ग्रामों में बेरोकटोक रेत के अवैध उत्खनन का काम प्रतिदिन किया जा रहा है । रोजाना इन्हीं स्थानों से दर्जनों की संख्या में ट्रैक्टर ट्राली और डंपर से रेत ढोई जा रही है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को कलेक्टर के निर्देश पर चार वाहनों में खनिज , राजस्व और पुलिस विभाग से अधिकारी कर्मचारी छापा मारने पहुंचे थे। परंतु इन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। उल्लेखनीय की इन अधिकारी कर्मचारियों की कार्यवाही की सूचना पहले ही रेत चोरों के पास पहुंच गई थी ।
जब तक यह अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंचते तब तक ट्रैक्टर ट्राली डंपर और वह मोटर बोट जिनसे रेत निकाली जाती हैं सभी जहां-तहां कर दिया गया ।
**सवाल ये उठता है की पुलिस और राजस्व विभाग के साथ ही खनिज विभाग से ऐसा कौन मुखबीर है जो इन लोगों तक कार्रवाई की सूचना पहले पहुंचा देता है । ऐसा पहली बार नहीं कई बार देखा जा चुका है कि आमतौर पर दर्जनों की संख्या में घाटों पर खड़े ट्रैक्टर ट्रालीया कार्यवाही से पहले रफा दफा हो जाती हैं । ऐसी स्थिति में विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों की नियत पर भी शक होता है। या तो यह कार्यवाही करने का ढोंग करते हैं या इनमें से कुछ ऐसे लोग हैं जो पैसा लेकर अपनी नोकरी करने की बजाए उन्हें संरक्षण देने के साथ ही मुखबरी से भी पैसा कमा रहे हैं।
*विधायक उठा चुके मुद्दा* नवनिर्वाचित विधायक कमल पटेल ने हाल ही में नर्मदा नदी से अवैध खनन का मामला उठा कर इस दिशा में कार्रवाई करने की बात कही थी । लंबे समय से नर्मदा नदी से हो रहे अवैध उत्खनन पर रोक लगाने हेतु अधिकारियों से बात कही गई। इसका असर दूसरे दिन ही देखने को मिला था जब सुबह से इन घाटों पर सन्नाटा छा गया था। हालांकि बाद में यह उत्खनन फिर जोर शोर से होने लगा। अब देखना यह है कि श्री पटेल अधिकारियों की इस मिलीभगत पर क्या कदम उठाते हैं।
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