अभी तक नहीं बटी गणवेश नव दिन चले अढ़ाई कोस की तर्ज पर चल रही गणवेश वितरण की कार्यवाही,,,,,,

हरदा । जिले में चालू शिक्षा सत्र समाप्ति की ओर है फिर भी अभी तक जिले के अधिकांश प्राथमिक शालाओं में गणवेश वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं हो पाई है । गणतंत्र दिवस करीब है इसके बाद भी बच्चे पुरानी गणवेश पहन कर स्कूल आने को मजबूर हैं। गणतंत्र दिवस को ध्यान में रखते हुए बड़ी मुश्किल से एक जोड़ी गणवेश वितरण की कार्यवाही चुनिंदा स्कूलों में की जा रही है।
***ताज्जुब की बात यह है कि कड़ाके की ठंड के बाद भी बच्चों को हाफ पेंट वाली गणवेश दी जा रही है। ऐसे माहोल में बच्चे ठंड से कैसे निजात पाएंगे गणवेश वितरण को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। नियमानुसार 15 अगस्त तक 2 जोड़ी गणवेश दिए जाने का प्रावधान है। मध्यप्रदेश शासन द्वारा गणवेश वितरण की व्यवस्था स्व सहायता समूह के माध्यम से इस बार की गई थी। जिसके कारण चालू शिक्षा सत्र के 8 माह बीत जाने के बाद भी बच्चों को गणवेश नहीं मिल पाया है। गरीब तबके के बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। हाफ पेंट वाली गणवेश अभिभावकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। अधिकांश अभिभावक गणवेश को देख कर परेशान हैं और इसका विरोध करने का मन बना रहे हैं।
***ठंड से बचने के लिए फुल पैंट वाली गणवेश होना चाहिए। किंतु दुर्भाग्य की बात यह है कि हाफ पेंट वाली गणवेश देकर गणवेश वितरण के नाम पर सरकार द्वारा महज खानापूर्ति की जा रही है। इस समस्या को गंभीरता से लेकर समाधान करने की दिशा में कोई पहल नवनियुक्त कांग्रेस की सरकार द्वारा कोई मुकम्मल पहल नहीं की गई तो इसके विरुद्ध अभिभावक संगठित होकर विरोध करने को मजबूर हो जाएंगे।
***प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा गणवेश वितरण की नई व्यवस्था शुरू की गई थी। जिसके कारण तमाम विसंगतियां देखने व सुनने को मिल रही है।

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