भगवान भरोसे चल रहा आबकारी कार्यालय। सुचारू व्यवस्थाओं में आड़े आ रही स्टाफ की कमी।

हरदा। जिला आबकारी कार्यालय बरसों से स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। जिसके कारण कामकाज में तमाम दिक्कतें एवं चुनौतियां सामने आ रही है। जिसका सामना पदस्थ स्टाफ को करना पड़ रहा है। शासन की मंशा के अनुरूप दायित्वों के निर्वहन में तमाम दिक्कतें सामने आ रही है।
** ज्ञातव्य हो कि जिला बनने के बाद कार्यालय खुलने के दौरान जो पद स्वीकृत किए गए थे उसमें बढ़ोतरी तो दूर की रही स्वीकृत स्टाफ की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। स्वीकृत पद के बाद से समय एवं परिस्थितियां दोनों बदल गई है। कार्यक्षेत्र भी बढ़ गया है। इसके बाद खाली पद को भर कर व्यवस्था का सुचारु संचालन करने में सहयोग नहीं दिया जा रहा है।
** स्टाफ की समस्या से कमिश्नर को कराया गया अवगत** जिला आबकारी अधिकारी के एस मुजाल्दे ने कमिश्नर को पत्र लिखकर स्वीकृत पद के अनुरूप स्टाफ नहीं होने से जो दिक्कतें सामने आ रही उससे पूर्व में लिखित रूप से अवगत कराया। बावजूद इसके स्वीकृत पद के अनुरूप स्टाफ की समस्या नहीं हल हो पाने से स्थिति दिन नियंत्रण से बाहर हो रही है बड़ी मुश्किल से दायित्वों का निर्वहन हो पा रहा है। **स्वीकृत बल** सहायक जिला अधिकारी दो, उपनिरीक्षक चार, पुलिस बल दस। ** मौजूदा बल* सहायक जिला अधिकारी एक, उपनिरीक्षक तीन हरदा, टिमरनी, खिरकिया। आरक्षक पांच हरदा दो खिरकिया दो टिमरनी एक।

Comments

Share

Popular posts from this blog

गुम मोबाइल खोजने में फिसड्डी साबित हो रहा साइबर सेल। साइबर सेल की कार्यशैली पर उठे सवाल।

हरदा में सुविधाओं के नहीं होने से अंगदान करने वाले परिवार मायूस। अगर हरदा में नेत्रदान सुविधा होती तो दो नेत्रहीनों को मिल जाती रोशनी।

त्योहारों के मद्देनजर पुलिस चाक-चौबंद