जिले के सबसे बड़े थाने में मूलभूत सुविधाओं का टोटा।
हरदा। सिविल चौकी को अपडेट कर थाने का दर्जा तो दे दिया गया जिसका श्री गणेश नए साल में कर दिया गया। सातवा थाने के साथ-साथ जिले का सबसे बड़ा थाने का खिताब भी मिल गया। किंतु संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में कोई विशेष पहल नहीं की जा रही। जिले के इस सबसे बड़े थाने में 43 गांव और शहर का पश्चिमी हिस्सा शामिल है। शहर के पूर्वी हिस्से को सिटी कोतवाली के क्षेत्राधिकार में रखा गया है।
एसडीओपी एस के मालवीय ने एक चर्चा के दौरान बताया कि यहां पर स्वीकृत बल 50 का है। जिसमें से एक टीआई दो एएसआई 3 हेड कांस्टेबल 14 जवान जिसमें दो महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है। कुल 22 पुलिसकर्मियों का स्टाफ है। शीघ्र ही 12 पुलिसकर्मी और मिलने वाले हैं। इस प्रकार कुल संख्या 34 हो जाएगी।
** मूलभूत सुविधाओं का टोटा** आईटीआई कॉलेज के पास चौकी को थाना का दर्जा तो दे दिया गया किंतु शौचालय, बंदी गृह, टीआई आवास, टीआई कक्ष, विवेचको के बैठकर काम करने की जगह, पीने के पानी की व्यवस्था आदि समस्याएं विद्यमान है। शौचालय नहीं होने से महिला आरक्षको को तमाम असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। सिविल थाने का इंचार्ज सतीश काकोडिया को बनाया गया है।
*** थाना प्रभारी सतीश काकोडिया ने बताया कि व्यवस्था के सुचारू संचालन की दिशा में पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेमलता कुरिल के कुशल मार्गदर्शन में विशेष प्रयास किया जा रहे हैं। तमाम चुनौतियों एवं समस्याओं का सामना करते हुए मुस्तैद पुलिस बल प्राणपय से कर्तव्य निर्वहन में तल्लीन हैं।
**शहर की कानून व्यवस्था संभालेंगे 2 थाने** शहर की कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए दो थानों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सिविल लाइन और सिटी कोतवाली पुलिस द्वारा मॉनिटरिंग करके अमन चैन का माहौल निर्मित करने का एड़ी चोटी का प्रयास किया जाएगा। अपराधियों के खिलाफ सख्त मुहिम चलाकर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए उल्लेखनीय कदम उठाया जाएगा। ***एसडीओपी श्री मालवीय ने बताया कि सिविल थाने के लिए तीन जगह का चयन करके स्वीकृति के लिए भोपाल भेजा गया है। स्वीकृति के बाद तत्काल नए भवन का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। अस्थाई रूप से शीघ्र ही सभी मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी।
मुकेश दुबे 9826036011
Comments