हरदा। सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए प्रभावी कदम उठाया जा रहा है। इसके तहत राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे करा एवं बेसलाइन टेस्ट लेकर उसका परीक्षण किया गया है। सर्वे में जिले के करीब 540 स्कूलों की स्थिति संतोषप्रद नहीं है। इनमें से 300 स्कूलों की चिंताजनक स्थिति है। ऐसी शालाओं के प्रधान पाठकों से चर्चा कर उन्हें बच्चों के स्तर में सुधार लाने की समझाइश दी गई और समय भी दिया गया। फिर भी बच्चों के स्तर में सुधार नहीं आया। बच्चों को शब्द पढ़ना लिखना, जोड़ना घटाना, अंग्रेजी के शब्दों को पढ़ना तक नहीं आ रहा है। निजी स्कूलों की तुलना में कई गुना अधिक मानदेय लेने के बाद भी गरीब बच्चों के शैक्षणिक स्तर में आशातीत नहीं आ रहा है। इसको गंभीरता से लेते हुए शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही की गई। कार्रवाई से बचने के लिए विरोध का तरीका अपनाया जा रहा है। सभी शिक्षक संघ लामबंद होकर अपनी कमजोरी को छुपाने व पर्दा डालने के लिए विरोध का तरीका अपना रहे हैं। * जिला परियोजना समन्वयक डॉ आर एस तिवारी ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप दिए गए लक्ष्य के अनुरूप कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करने वाले शिक...